कल्पना कीजिए, कंपनी का बजट मीटिंग चल रहा है। सभी डिपार्टमेंट्स अपना-अपना प्लान पेश कर रहे हैं। जब आपकी बारी आती है, तो आप सिर्फ ‘इम्प्रेशन्स’ और ‘क्लिक्स’ की बात नहीं करते। बल्कि, आप एक ऐसा प्लान रखते हैं जो साफ दिखाता है कि आपके मार्केटिंग के हर रुपये से कंपनी को कितना रेवेन्यू मिलेगा। CFO की आँखों में एक चमक आ जाती है। आपको न सिर्फ पूरा बजट मिल जाता है, बल्कि एक प्रमोशन की उम्मीद भी बन जाती है। यह कोई किस्सा नहीं, बल्कि ‘मार्केटिंग के गणित’ की ताकत है। टॉप 1% मार्केटर्स यही करते हैं, और आज आप भी यही सीखेंगे।
दरअसल, ज्यादातर मार्केटर्स ‘बिजीनेस’ में उलझे रहते हैं, जबकि टॉप मार्केटर्स ‘इम्पैक्ट’ बनाते हैं। वे कंपनी के मुख्य बिजनेस लक्ष्य (Core Business Objectives – CBOs) से शुरुआत करते हैं और उसे छोटे-छोटे, मापने योग्य मार्केटिंग लक्ष्यों में तोड़ देते हैं। इससे उनकी हर एक्टिविटी का सीधा कनेक्शन कंपनी की कमाई से जुड़ जाता है। जब आप यह भाषा बोलते हैं, तो C-Suite (CEO, CFO, CMO) आपकी बात समझता है और आप पर भरोसा करता है। चलिए, अब आपको स्टेप बाय स्टेप बताते हैं कि यह जादू कैसे करना है।
5-Step Formula to Increase Marketing Budget
इन पांच चरणों को फॉलो करके आप अपनी मार्केटिंग स्ट्रैटेजी को एक ऐसा ‘डिफेंसिबल प्लान’ बना सकते हैं, जिसे कोई रिजेक्ट नहीं कर पाएगा।
स्टेप 1: कंपनी का लक्ष्य समझें (Start from the Top)
सबसे पहले, आपको यह पता होना चाहिए कि इस साल कंपनी का मुख्य लक्ष्य क्या है? अक्सर यह रेवेन्यू से जुड़ा होता है, जैसे – इस साल रेवेन्यू को $15 मिलियन से $20 मिलियन तक पहुँचाना है। यानी, $5 मिलियन का इजाफा करना है।
- कैसे करें? सीधे अपने CEO, CFO या हेड से इस बारे में बात करें। उनके इस लक्ष्य में मार्केटिंग डिपार्टमेंट की क्या भूमिका है? मान लीजिए, आपको इस $5 मिलियन में से $2.5 मिलियन का टारगेट दिया गया। बस, आपकी शुरुआत यहीं से होती है।
स्टेप 2: ‘वाटरफॉल’ बनाएँ (The Waterfall Math)
अब आपको इस बड़े लक्ष्य को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ना है, जैसे पानी झरने से गिरते-गिरते नीचे बहता है।
- कैसे करें? सबसे पहले पता करें कि आपके एक कस्टमर का औसत मूल्य (Average Customer Value – ACV) क्या है? मान लीजिए, यह $50,000 है।
- $2.5 मिलियन का रेवेन्यू लक्ष्य पूरा करने के लिए आपको कुल 50 नए कस्टमर्स चाहिए। ($2,500,000 / $50,000 = 50)
- अब, हर महीने आपको लगभग 5 नए कस्टमर्स चाहिए। (50/12 ≈ 5)
स्टेप 3: अपना बजट कैलकुलेट करें (Calculate Your Budget)
अब सबसे अहम सवाल: इन कस्टमर्स को पाने के लिए आप कितना पैसा खर्च कर सकते हैं?
- कैसे करें? आपकी कंपनी की एक ‘CAC सीलिंग’ (Customer Acquisition Cost Ceiling) होती है, यानी एक नया कस्टमर पाने पर अधिकतम कितना खर्च कर सकते हैं। मान लीजिए, ACV का 25% यानी $12,500।
- अब, कुल बजट निकालिए: 50 कस्टमर्स × $12,500 = $625,000
- यानी, $2.5 मिलियन का लक्ष्य पाने के लिए आपको $625,000 का मार्केटिंग बजट चाहिए। यह आपका ‘डिफेंसिबल’ नंबर है।
स्टेप 4: अपने फनल को समझें (Understand Your Funnel)
अब इस बजट को अपने मार्केटिंग फनल के हर स्टेज पर लागू करें।
- कैसे करें? पता करें आपके फनल की कॉन्वर्जन रेट क्या है।
- मान लीजिए, हर 4 Sales-Qualified Leads (SQLs) में से 1 कस्टमर बनता है। तो SQL से कस्टमर की कॉन्वर्जन रेट 25% है।
- अब, Cost per SQL = $12,500 (CAC) / 4 = $3,125
- अगर 50% MQL, SQL में कन्वर्ट होते हैं, तो Cost per MQL = $3,125 / 2 = $1,562
- इसी तरह, आप लीड कॉस्ट और क्लिक कॉस्ट तक पहुँच सकते हैं। अब आपको हर स्टेज का ‘कॉस्ट सीलिंग’ पता है।
स्टेप 5: इम्पैक्ट वाले काम को प्राथमिकता दें (Prioritize Impact over Busyness)
अब सबसे जरूरी सवाल: आपका समय और पैसा कहाँ लगना चाहिए?
- कैसे करें? उन कामों को प्राथमिकता दें जिनसे सबसे ज्यादा इम्पैक्ट मिले और मेहनत कम लगे।
- Example: Google Ads में बिड थोड़ा-बहुत ऐडजस्ट करने में घंटों बर्बाद करने के बजाय, ऐसे कस्टमर सेगमेंट पर फोकस करें जहाँ Sales Team की क्लोज रेट ज्यादा है। इससे आपकी कॉन्वर्जन रेट बढ़ेगी और आपका CAC घटेगा।
- CRO (Conversion Rate Optimization) पर invest करें। अगर आपकी वेबसाइट का कन्वर्जन रेट 1% से बढ़कर 2% हो जाता है, तो आपका पूरा गणित बदल जाएगा और आप कम बजट में भी ज्यादा कस्टमर्स पा सकते हैं।
C-Suite को कैसे प्रेजेंट करें? (How to Present to the C-Suite)
अब आपके पास नंबर्स हैं। इन्हें प्रेजेंट करने का तरीका भी सीख लीजिए।
- साधारण भाषा में बोलें: उन्हें ‘इम्प्रेशन्स’ से भ्रमित न करें। सीधे कहें, “हमें $2.5 मिलियन रेवेन्यू जनरेट करने के लिए $625,000 के बजट की जरूरत है, जिससे 50 नए कस्टमर्स मिलेंगे।”
- गोल पेसर का Use करें: एक ग्राफ बनाएँ जो दिखाए कि समय के साथ आप अपने लक्ष्य (जैसे कस्टमर वॉल्यूम) की तरफ कितनी प्रगति कर रहे हैं। C-Suite को सिर्फ यह देखना है कि लाइन हरे रंग में है या लाल में।
- खुद पर भरोसा रखें: अगर आपके पास डेटा है और आपकी लॉजिक क्लियर है, तो आपका कॉन्फिडेंस खुद-ब-खुद दिखेगा।
याद रखें, जब आप मार्केटिंग को बिजनेस रिजल्ट्स से जोड़कर दिखाते हैं, तो आप सिर्फ एक मार्केटर नहीं, बल्कि एक बिजनेस स्ट्रैटेजिस्ट बन जाते हैं। और कंपनियाँ हमेशा ऐसे लोगों को प्रमोट करती हैं और उनका बजट बढ़ाती हैं। तो, इस गाइड को फॉलो करें, अपना गणित मजबूत करें और वह रिस्पेक्ट पाएं जिसके आप हकदार हैं
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